Hello friends, Website ping kya hai ?और Website Pinging करने के क्या Benefits आज हम इसी बारे में बात करने वाले है, अगर आप के पास एक वेबसाइट या ब्लॉग है तो आप ने Backlink का नाम ज़रूर सुना है जो की एक website या blog को rank करवाने के लिए critical way होता है। लेकिन बहुत से नए Blogger ऐसे भी है जो Website Pinging के बारे में नही जानते है की आख़िर Website ping करना क्या होता है और इसके क्या Benefits होते है और क्या नुकसान है। So Friends आज हम इसी के बारे में जानेंगे की website ping कैसे करें।
What is Website Ping क्या है ?
अगर सॉफ और सरल वर्ड्स में समझा जाए तो वेबसाइट पिंग बक्कलिंक बनाने का ही दूसरा टाइप है लेकिन वेबसाइट पिंगिंग और बक्कलिंक्स में काफ़ी डिफरेन्स है सो हम इश्को ये नही कह सकते है की बक्कलिंक बनाना ही वेबसाइट पिंग होता है.
अगर बक्कलिंक्स की बात करे तो वो 2 तरह के होते है एक होता है डोफोल्लोव बक्कलिंक और एक होता नोफोल्लोव, ठीक उशी तरह से वेबसाइट या ब्लॉग पिंगिंग है सो आप कभी ये ना समझे के बक्कलिंक ही पिंगिंग है. पिंग का मतलब होता है जोड़ना यानिहुम ह्मारे ब्लॉग को किसी दूसरे ब्लॉग से लिंक करते है डब्ल्यू होता है जिस में अतिकले सबमिशन भी आता है
अगर बक्कलिंक्स की बात करे तो वो 2 तरह के होते है एक होता है डोफोल्लोव बक्कलिंक और एक होता नोफोल्लोव, ठीक उशी तरह से वेबसाइट या ब्लॉग पिंगिंग है सो आप कभी ये ना समझे के बक्कलिंक ही पिंगिंग है. पिंग का मतलब होता है जोड़ना यानिहुम ह्मारे ब्लॉग को किसी दूसरे ब्लॉग से लिंक करते है डब्ल्यू होता है जिस में अतिकले सबमिशन भी आता है
Benefits Of Website Pinging/ क्या फायदे है ?
आप के पास टॅलेंट है और आपने टॅलेंट को किसी के साथ शेर ही न्ही किया तो लोगो को आप के टॅलेंट के बारे में कैसे पता चलेगा..? आप ने सिर्फ़ अपने कुच्छ फ्रेंड्स को ब्टाया और उनसे आप को कोई खास बेनेफिट न्ही होगा. ठीक इशी तरह से वेबसाइट पिंगिंग है.. गूगले, बिंग, याहू पर अपनी वेबसाइट को शो करने के लिए हम सीतेमप तो सब्मिट कर देते है लेकिन इतना ही काफ़ी न्ही है.
ह्यूम अपने वेबसाइट्स को बहुत से वेबसाइट्स के साथ कनेक्ट करना होगा या यूँ काहु के जोड़ना होगा तभी आप की वेबसाइट पर बेहतर ट्रॅफिक आएगा ये सेम उशी तरह से जैसा मैने अभी आ को उपर एग्ज़ॅंपल के थ्रू ब्टाया है. सो अपने ब्लॉग का नेटवर्क ब्धाओ नेत्ओोर्त अपने आप बढ़ जाएगी और इश् में हेल्प करने के लिए पिंग साइट्स ह्यूम हेल्प करती है.
ह्यूम अपने वेबसाइट्स को बहुत से वेबसाइट्स के साथ कनेक्ट करना होगा या यूँ काहु के जोड़ना होगा तभी आप की वेबसाइट पर बेहतर ट्रॅफिक आएगा ये सेम उशी तरह से जैसा मैने अभी आ को उपर एग्ज़ॅंपल के थ्रू ब्टाया है. सो अपने ब्लॉग का नेटवर्क ब्धाओ नेत्ओोर्त अपने आप बढ़ जाएगी और इश् में हेल्प करने के लिए पिंग साइट्स ह्यूम हेल्प करती है.
Instant Indexing In Major Search Engine For New Posts
वैसे तो ह्यूम अपने आर्टिकल्स को इन्स्टेंट इंडेक्स करवाने के लिए सर्च एंजिन वेबमास्टेर्स को Fetchका ऑप्षन देते है लेकिन उष से ज़्यादा बेनिफीशियल ऑटो इंडेक्सिंग होता है. सो अपने वेबसाइट को इश् तरह से अदर वेबसाइट्स पर पिंग करे के सर्च एंजिन को आप के पेजस/पोस्ट्स ज़्यादा पसंद आए और सर्च रोबॉट्स को आप की वेबसाइट्स फाइंड आउट करने में कही भी प्राब्लम ना हो.
सो वेबसाइट को हाइ दा, पा वाली पिंगिंग साइट्स पर सब्मिट करे और अपनेई वेबसाइट की सर्च एंजिन रॅंकिंग इंप्रूव करे और न्यू आर्टिकल्स फास्ट इंडेक्स करवाए.
You'll Get Backlinks
Pinging का सब से बड़ा बेनेफिट ये है के आप को अपनी साइट के लिए फ्री डोफोल्लोव बक्कलिंक मिलता है और बक्कलिंक्स की इंपॉर्टेन्स तो आप बहुत अच्छे से जानते है. लेकिन काई बार ऐसा होता है के हम लो क्वालिटी यानी लोवर दा,पा वाली पिंगिंग साइट्स पर अपनी साइट को सब्मिट या पिंग कर देते है जिस से ह्यूम कोई फयडा न्ही होता है.
पिंगिंग करना बक्कलिंक्स बनाने का सब से बेस्ट वे है लेकिन आप इश् बात को ज़रूर ध्यान में रखे की कभी लोवर डोमेन अतॉरिटी और पेज अतॉरिटी वाली पिंग साइट्स पर अपने वेबसाइट या ब्लॉग को पिंग ना करे क्यू के इश् से आप को बेनेफिट होने के ब्जाय लॉस ज़्यादा होगा सो इश् बात को हुमेसा ध्यान में रखे.
पिंगिंग करना बक्कलिंक्स बनाने का सब से बेस्ट वे है लेकिन आप इश् बात को ज़रूर ध्यान में रखे की कभी लोवर डोमेन अतॉरिटी और पेज अतॉरिटी वाली पिंग साइट्स पर अपने वेबसाइट या ब्लॉग को पिंग ना करे क्यू के इश् से आप को बेनेफिट होने के ब्जाय लॉस ज़्यादा होगा सो इश् बात को हुमेसा ध्यान में रखे.
Get Huge Amount Of Traffic on Blog From Search Engines
जैसा की मैने अभी उपर ब्टाया है पिंग साइट्स मोस्ट्ली ह्यूम डोफोल्लोव बक्कलिंक्स प्रवाइड करती है जिसका सिंपल सा मीनिंग ये के जब कोई विज़िटर उन पिंग साइट्स पर विज़िट करेगा और ह्मारा आर्टिकल देखेगा तो डोफोल्लोव बक्कलिंक के थ्रू वो ह्मारे ब्लॉग पर ज़रूर आएगा और इश् से ह्मारे ब्लॉग का ट्रॅफिक भी बढ़ेगा.
पिंग साइट्स हमरी वेबसाइट को सर्च एंजिन में रंक करने के लिए स्ट्रॉंग बनाती है और बक्कलिंक स्ट्रॉंग होने से वेबसाइट की शेऱPस ऑटोमॅटिक ही बढ़ेगी सो इशके दोनो तरह से बेनेफिट ही है.
पिंग साइट्स हमरी वेबसाइट को सर्च एंजिन में रंक करने के लिए स्ट्रॉंग बनाती है और बक्कलिंक स्ट्रॉंग होने से वेबसाइट की शेऱPस ऑटोमॅटिक ही बढ़ेगी सो इशके दोनो तरह से बेनेफिट ही है.
Website Pinging Cons
वेबसाइट की Search Engine Ranking के लिए Pinging कितनी ज़रूरी है अभी तक की पोस्ट पढ़ने के बाद आप इतना तो ज़रूर समझ गये होंगे लेकिन साथ ही आप को कुछ बातो का ध्यान रखना चाहिए नही तो Pinging से Benefit होने के बजाय loss हो जाएगा.
- Website/Blog को हमेशा high DA,PA वाली ping sites पर ही ping करें।
- Outdated Sites पर pinging ना करें तो बेहतर होगा।
- Trending Ping site को पहचाने और उसके बाद website को ping करें।
- ऐसे ping sites को चुने जिन पर हर दिन ज्यादा visitors आते हो जिससे आप को SERPs के साथ साथ website पर ट्रैफिक बढ़ाने में भी फायदा मिले।
Website Ping को अगर अच्छे से समझ कर किया जाए तो ये हमारी वेबसाइट और ब्लॉग के लिए फायदेमंद है So Friends आप को Website Ping के बारे में ये पोस्ट कैसा लगा मुझे जरूर बताएं और पोस्ट को अपने Blogger Friends के साथ share ज़रूर करे।
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