पोर्न बैन इन इंडिया - आज हम ऐसे युग में जी रहे है जिसमे तकनिकी के बिना जीवन की कल्पना करना भी संभव नहीं है फिर चाहे बात शिक्षा की हो या चिकित्सा की, हर क्षेत्र में इंटरनेट और तकनीक का बेजोड़ मेल है और तकनिकी और इंटरनेट एक दूसरे के बिना अधूरे है। भारत जैसे विकासशील देश में इंटरनेट और तकनीकी का बहुत ही बड़े स्तर पर उपयोग किया जाता है अगर हम आज के युग की बात करें तो भारत में एक बड़े लेवल पर इंटरनेट का उपयोग व्यापार चिकित्सा शिक्षा एवं अन्य कार्य के लिए किया जाता है इंटरनेट और तकनीक के बिना ना सिर्फ इन क्षेत्रों में बल्कि आज के युग में किसी भी क्षेत्र में प्रगति की उम्मीद नहीं की जा सकती। लेकिन इसके दूसरी तरफ इंटरनेट और तकनीक का दुरुपयोग भी हो रहा है इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता जिसमें सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा जो 2015 से लेकर चला आ रहा है और वह है भारत में पोर्न वेबसाइट्स पर प्रतिबंध । हालांकि 2015 में भारतीय सरकार ने अश्लील वेबसाइट पर प्रतिबंध लगाया था लेकिन भारत में उच्चतम न्यायालय के इस निर्णय के विरुद्ध कई लोग हो गए जिसके बाद इंटरनेट पर और विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इस बारे में तर्क वितर्क हुए और अपने पक्ष भी रखे गए । इसके बाद भारत सरकार ने पोर्न वेबसाइट्स पर से प्रतिबंध हटा लिया ।
लेकिन एक बार फिर भारत में पोर्न वेबसाइट्स पर बैन लगा दिया गया है और यह 1 इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स गेम माध्यम से लगाया गया है जिसमें भारतीय न्यायिक प्रणाली के तहत इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स को यह आदेश दिया गया था कि वह इंटरनेट सर्विस के माध्यम से अश्लील कंटेंट को प्रतिबंधित करें अन्यथा जुर्माना भरे या लाइसेंस के लिए आवेदन करें लेकिन कुल मिलाकर भारत में 827 पोर्न वेबसाइट्स पर प्रतिबंध लगा दिया गया है ।
लेकिन अब अगर आप यह कहें कि वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क जैसी तकनीक को ही बैन कर देना चाहिए तो यह बहुत गलत है क्योंकि इस तकनीक का उपयोग आज बड़े बड़े संस्थानों में अपने server को सुरक्षित रखने एवं अपने डेटा को एक सुरक्षित वे में लॉगइन एवं लॉग आउट करने के लिए उपयोग किया जाता है इसके अलावा साइबर सिक्योरिटी में भी इस तकनीक का उपयोग किया जाता है इसलिए इस तकनीक को बैन नहीं किया जा सकता ।
हालांकि बड़े-बड़े टेक्निकल कंपनी ऐसे जैसे कि गूगल माइक्रोसॉफ्ट इत्यादि ने इस तरह के कंटेंट को एक्सेस करने पर बहुत ही कड़े नियम बनाए हैं लेकिन इसके बावजूद भी पोर्न कंटेंट को एक्सेस करना कोई मुश्किल काम नहीं है। ऐसे में भारत में पोर्न कंटेंट पर internet सर्विस प्रोवाइडर्स के माध्यम से प्रतिबंध लगा पाना बहुत मुश्किल है और अश्लील वेबसाइट्स पर प्रतिबंध के इस निर्णय की सफलता की उम्मीद भी काफी कम है।
आप Porn Ban In India के निर्णय के बारे में क्या सोचते है ? क्या भारत सरकार द्वारा लिया गया ये फैसला सफल हो पायेगा और इस तरह के कंटेंट पर बैन लगा देने से अपराध कम होंगे ? कमेंट के माध्यम से हमे जरूर बताये और अपने सुझाव भी दे | हम आप के सुझावों को इस लेख में जरूर शामिल करेंगे |
लेकिन एक बार फिर भारत में पोर्न वेबसाइट्स पर बैन लगा दिया गया है और यह 1 इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स गेम माध्यम से लगाया गया है जिसमें भारतीय न्यायिक प्रणाली के तहत इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स को यह आदेश दिया गया था कि वह इंटरनेट सर्विस के माध्यम से अश्लील कंटेंट को प्रतिबंधित करें अन्यथा जुर्माना भरे या लाइसेंस के लिए आवेदन करें लेकिन कुल मिलाकर भारत में 827 पोर्न वेबसाइट्स पर प्रतिबंध लगा दिया गया है ।
Porn ban in India - क्या यह सफल हो पाएगा ?
तकनीकी इतनी बढ़ चुकी है कि इसमें हम जो भी कल्पना करते हैं उसको साकार भी कर सकते हैं इसमें अगर पोर्न वेबसाइट्स पर प्रतिबंध की बात की जाए और यह निर्णय कितना सफल हो पाएगा इसको देखा जाए तो इस निर्णय की सफलता की उम्मीद बहुत ही कम है क्योंकि इंटरनेट पर हजारों ही नहीं लाखों की संख्या में ऐसी वेबसाइट्स उपलब्ध है जिन पर अश्लील कंटेंट मौजूद है और पूरी तरह से अश्लील कंटेंट को बैन कर पाना लगभग नामुमकिन सा लगता है। इस दिशा में अमेरिका चीन जैसे देश भी कड़े कदम उठा चुके हैं लेकिन सफलता प्राप्त नहीं हुई । ऐसे में भारत जैसे विकासशील देश में पोर्न वेबसाइट्स पर बैन लगाने एवं इसकी सफलता की उम्मीद काफी कम है।क्या Porn websites को पूरी तरह बैन किया जा सकता है ?
नामुमकिन कुछ भी नहीं है लेकिन इंटरनेट पर से इस तरह के कंटेंट को हटा पाना इतना आसान नहीं है और अगर इन पर प्रतिबंध लगाना है तो इसके लिए बहुत ही ज्यादा मात्रा में पर्याप्त संसाधनों की आवश्यकता होती है और इसके अलावा बड़े-बड़े तकनीशियन की भी जरूरत पड़ती है लेकिन इसके बाद भी इस तरह के पोर्न कंटेंट को इंटरनेट से हटा पाना बहुत मुश्किल है क्योंकि सिर्फ बैन लगा देने से इंटरनेट पर इस तरह के कंटेंट को एक्सेस करना पूरी तरह से बंद नहीं हो जाता। क्योंकि ऐसे टेक्नोलॉजी भी मौजूद है जिसका उपयोग कर इस तरह के कंटेंट को बहुत ही आसानी से एक्सेस किया जा सकता है इसलिए पोर्न कंटेंट को एक विशेष क्षेत्र से प्रतिबंधित करना बहुत मुश्किल है।क्या पोर्न websites को बैन करने के बाद भी एक्सेस किया जा सकता है ?
इंटरनेट एक बहुत बड़ा सागर है और इसमें इतनी ज्यादा तकनीक समाई हुई है जिसका हम अंदाजा नहीं लगा सकते ऐसे में अगर हम एक हैं कि क्या पोर्न वेबसाइट्स को बैन करने के बाद भी एक्सेस किया जा सकता है तो इसका जवाब हां है क्योंकि इंटरनेट पर ऐसे कई विकल्प मौजूद है जिसका उपयोग कर इस तरह के कंटेंट को प्रतिबंध होने के बावजूद भी एक्सेस किया जा सकता है । इंटरनेट पर लाखों की संख्या में वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क उपलब्ध है जिन के माध्यम से पोर्न वेबसाइट्स को प्रतिबंध के बावजूद भी एक्सेस करके विजिट किया जा सकता है ।लेकिन अब अगर आप यह कहें कि वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क जैसी तकनीक को ही बैन कर देना चाहिए तो यह बहुत गलत है क्योंकि इस तकनीक का उपयोग आज बड़े बड़े संस्थानों में अपने server को सुरक्षित रखने एवं अपने डेटा को एक सुरक्षित वे में लॉगइन एवं लॉग आउट करने के लिए उपयोग किया जाता है इसके अलावा साइबर सिक्योरिटी में भी इस तकनीक का उपयोग किया जाता है इसलिए इस तकनीक को बैन नहीं किया जा सकता ।
हालांकि बड़े-बड़े टेक्निकल कंपनी ऐसे जैसे कि गूगल माइक्रोसॉफ्ट इत्यादि ने इस तरह के कंटेंट को एक्सेस करने पर बहुत ही कड़े नियम बनाए हैं लेकिन इसके बावजूद भी पोर्न कंटेंट को एक्सेस करना कोई मुश्किल काम नहीं है। ऐसे में भारत में पोर्न कंटेंट पर internet सर्विस प्रोवाइडर्स के माध्यम से प्रतिबंध लगा पाना बहुत मुश्किल है और अश्लील वेबसाइट्स पर प्रतिबंध के इस निर्णय की सफलता की उम्मीद भी काफी कम है।
आप Porn Ban In India के निर्णय के बारे में क्या सोचते है ? क्या भारत सरकार द्वारा लिया गया ये फैसला सफल हो पायेगा और इस तरह के कंटेंट पर बैन लगा देने से अपराध कम होंगे ? कमेंट के माध्यम से हमे जरूर बताये और अपने सुझाव भी दे | हम आप के सुझावों को इस लेख में जरूर शामिल करेंगे |
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